Class 4 Hindi Chapter 4 Pushp ki Abhilasha @kidsknowledgepoint
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पुष्प की अभिलाषा
कवि परिचय
माखनलाल चतुर्वेदी जी एक महान हिंदी कवि थे, जिनकी कविताएँ देशभक्ति और प्रकृति के प्रति प्रेम से भरी होती हैं। उनकी कविता "पुष्प की अभिलाषा" में एक फूल की देशभक्ति की भावना को बहुत सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
कविता का परिचय
"पुष्प की अभिलाषा" का अर्थ है "फूल की इच्छा"। इस कविता में एक फूल की अपनी इच्छा के बारे में बताया गया है कि वह किस तरह के जीवन की कामना करता है।
कविता का सारांश
कविता में एक फूल अपनी इच्छा व्यक्त करता है कि वह किसी राजा के मुकुट में सजकर शोभा नहीं पाना चाहता। वह न तो किसी सुंदर युवती के गहनों में सजना चाहता है और न ही किसी पूजा की थाली में सजकर भगवान के चरणों में चढ़ना चाहता है।
फूल की एक ही इच्छा है कि वह उस मिट्टी में गिर जाए जहाँ देश के वीर सपूतों का बलिदान हुआ है। वह चाहता है कि वह उस मार्ग में गिर जाए जहाँ देश के लिए लड़ने वाले वीर जवान चलें, ताकि उनके पैरों की धूल में मिलकर वह भी देशभक्ति का हिस्सा बन सके।
सीख
कविता हमें सिखाती है कि असली सुंदरता और महानता देश की सेवा में है। यह हमें अपने देश के प्रति सच्ची भावना और प्रेम की प्रेरणा देती है।
मुख्य संदेश
"पुष्प की अभिलाषा" कविता हमें सिखाती है कि हमें अपने देश की सेवा में खुद को समर्पित करना चाहिए और देश के लिए कुछ करने की इच्छा रखनी चाहिए!
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